हैलो दोस्तो, आज आपकी दोस्त पिंकी आपके लिए एक कहानी लेकर आई है, इस कहानी में जरा भी मिलावट नहीं है, आपके सामने पेश कर रही हूँ, बस सेक्स के दौरान थोड़ा मसाला डाला है ।
उम्मीद है आपको पसन्द आएगी, तो आइए कहानी के किरदारों से आपको मिलवा देती हूँ । आरोही गुप्ता… उम्र 20, फिगर 32-30-34 रंग दूध जैसा सफेद बदन, एकदम बेदाग। जब यह चलती है तो लड़कों की पैन्ट में तंबू और लबों पर ‘आह’ अपने आप आ जाती है ।
इसकी छोटी बहन जूही उम्र 18 फिगर 34-28-36..! यह भी अपनी बहन की तरह चाँद का टुकड़ा है। इसकी अदा पर भी सब फिदा हैं, यह जब चलती है तो इसकी पतली कमर बल खाती है और चूतड़ ऐसे मटकते हैं जैसे कोई स्प्रिंग लगी हुई हो । लड़के तो क्या बुड्डों के लौड़े भी तनाव में आ जाते हैं ।
इन दोनों का एक भाई है राहुल उसकी उम्र 20 की है स्मार्ट.. हैण्डसम.. गुड लुकिंग.. बिल्कुल हीरो लगता है । क्या बताऊँ, राहुल की जितनी तारीफ करो, कम है, लड़कियाँ उसको देख कर उसकी हो जाने की कल्पना करती हैं । दोस्तो, यह तो हो गया इनका परिचय। अब संक्षेप में आपको इनकी पिछली जिन्दगी भी बता देती हूँ । इनके पापा आदित्य गुप्ता एक बहुत अमीर आदमी हैं, उनका कारोबार देश-विदेश में फैला हुआ है। वो अक्सर अपनी बीवी के साथ बाहर ही रहते हैं और ये सब एक आलीशान बंगले में रहते हैं ।
दिन में घर के सारे काम नौकर करते हैं, एक औरत है जो खाना बनाती है पर घर में नहीं रहती है, रात का खाना बनाकर वो बाहर लॉन में एक कमरा है, वहाँ चली जाती है । तो आप समझ ही गए होंगे कि ये तीनों एक घर में रहते हैं। अब एक साथ रहेंगे तो जवान जिस्म है कभी तो मन मचलेगा ही, तो आइए आपको बताती हूँ इनकी कहानी । आरोही- जूही की बच्ची रुक.. मैं तुम्हें नहीं छोडूंगी..!
जूही भाग कर बेड पर चढ़ जाती है और आरोही उसको वही। दबोच लेती है और उसके पेट पर बैठ जाती है । आरोही- अब बोल क्या बोल रही थी तू…! जूही- सॉरी दीदी.. अब नहीं बोलूँगी…! राहुल- यह क्या हो रहा है? तुम दोनों की मस्ती कभी ख़त्म नहीं होती क्या..! आरोही हटो वहाँ से, स्कूल की छुट्टियाँ हैं, इसका मतलब यह नहीं कि तुम दोनों पूरा दिन मस्ती करो..!
आरोही- बिग बी, आप भी तो हमारे साथ मस्ती करते हो ना…! राहुल- हाँ करता हूँ स्वीट सिस.. पर मजाक मस्ती का भी समय होता है और हर वक़्त लड़ना अच्छी बात नहीं है। अब मैं टीवी देख रहा हूँ कोई आवाज़ मत करना ओके..! जूही- ओके भाई.. आप जाओ हम चुपचाप रहेंगे ।
राहुल- आ जाओ साथ बैठ कर टीवी देखते हैं ।
आरोही- नहीं ब्रो, आप देखो हम यहीं हैं ।
राहुल वहाँ से चला जाता है और आरोही लैपटॉप चालू करके नेट खोल लेती है ।
जूही- दीदी आज कुछ सेक्सी वीडियो देखें..! मज़ा आएगा…!
दोस्तों बीच में आने के लिए सॉरी.. मैं आपको बता दूँ ये दोनों बहनें तो हैं ही साथ में पक्की सहेलियाँ भी हैं और हर तरह की बातें एक-दूसरे से करती हैं, कभी-कभी नेट पे सेक्सी वीडियो भी देखती हैं ।
आजकल 4 जी का जमाना है हर फ़ोन में नेट है। ये तो अमीर घर से हैं तो इनके लिए कंप्यूटर वगैरह तो आम बात है और ऊपर से इनके माता-पिता भी साथ में नहीं हैं, यानि कुल मिलाकर ये बिल्कुल खुले अंदाज की हैं ।
आरोही एक सेक्स साइट ओपन कर लेती है और दोनों सेक्सी वीडियो देखने लगती हैं, जिसमे एक काला आदमी एक लड़की की चूत में लौड़ा घुसा रहा था और झटके मार रहा था। वो लड़की ज़ोर-ज़ोर से चिल्ला रही थी ।
जूही- दीदी कितना गंदा आदमी है दूसरा लगाओ…!
आरोही दूसरा वीडियो लगा लेती है इसमें अमेरिकन लड़का-लड़की चुदाई कर रहे थे। दोनों आराम से उनको देख रही थीं। उनकी चूत पानी-पानी हो रही थी । पंद्रह मिनट तक वे दोनों कई वीडियो देख चुकी थीं, पर अबकी बार जो वीडियो आया वो लैस्बो था । रशियन स्कूल-गर्ल आपस में किस कर रही थीं और एक लड़की दूसरी के मम्मे दबा रही थी ।
जूही- ओ माय गॉड.. दीदी ये दोनों तो लड़की हैं..! क्या सच में दो लड़कियाँ आपस में ऐसा करती हैं ?
आरोही- करती हैं, तभी तो यह वीडियो बनाया गया है ।
जूही- ऐसा करने से मज़ा आता है क्या ?
आरोही- हम जब भी सेक्सी वीडियो देखते हैं हमें मज़ा आता है और हमारी पैन्टी गीली हो जाती हैं। आज हम आपस में करें? शायद ज़्यादा मज़ा आए…!
जूही- हाँ दीदी मज़ा आएगा..! आप रूम लॉक कर आओ.. आज तो प्रेक्टिकल करेंगे ही …’वाउ’…!
आरोही दरवाजा बन्द कर आती है, दोनों अपने पूरे कपड़े निकाल देती हैं। यह इनके लिए कोई नई बात नहीं थी। अक्सर एक दूसरे के सामने कपड़े बदलने के लिए ये नंगी हो चुकी थीं। नई बात तो आपके लिए है दोस्तो । दोनों के नंगे जिस्म चमक रहे थे। आरोही के गोरे बदन पर एकदम गोल आकार के 32″ के मम्मे और डार्क पिंक निप्पल, जो नुकीले तीर के जैसे खड़े थे, किसी को भी बस में करने को काफ़ी हैं ।
जूही का जिस्म भी एकदम गोरा है और उसके खड़े मम्मे जो 34″ के थे कयामत ढा रहे थे । जूही के भी निप्पल पिंक थे, पर लाइट पिंक। जूही छोटी थी, पर उसके मम्मे आरोही से बड़े थे, और रस से भरे हुए थे । अब आपको आरोही की चूत का नज़ारा दिखाती हूँ । उसकी चूत पर हल्के रुई के जैसे मुलायम रोयें थे। एकदम क्लीन चूत नहीं थी, बस बहुत कम बाल थे, जिनके बीच में चूत के दरवाजे कस कर बंद थे, जैसे बरसों से किसी घर का गेट बन्द हों, उसे खोला ना गया हो । एकदम टाइट चूत थी ।
अब जूही की चूत भी देख लो, यह एकदम क्लीन थी, जैसे आज ही शेव की हो। चूत की फाँक गुलाबी और चूत के एक फाँक पर एक तिल है । सफ़ेद चमकती चूत पर ये काला तिल.. हय क्या गजब लग रहा था..! आप कल्पना करके देखो मन मचल ना जाए तो कहना…!
दोनों की कमर भी नागिन जैसी बल खाती हुई थी। उसके नीचे जो पिछाड़ी थी, उफ.. ! क्या कहने..! पाँच बार लंड का पानी निकल कर एकदम बेजान कर लो और फिर इस गाण्ड पर निगाह करो अगर लौड़ा झटके ना खाने लगे तो मेरा नाम बदल देना..! हुस्न की अप्सराएं थीं दोनों बहनें ।
दोनों बेड पे लेट गईं और एक-दूसरे को चूमने लगीं। आरोही अपनी जीभ जूही के मुँह में डाल देती है, जूही उसको चूसने लगती है। एक हाथ से आरोही उसके मम्मे दबाने लगती है, जूही को मज़ा आने लगता है, वो भी अपने हाथ से आरोही के चूतड़ों को दबा रही थी । 5 मिनट तक चूमाचाटी करने के बाद दोनों अलग होती हैं । आरोही को जूही के मम्मे दबाने में बड़ा मज़ा आ रहा था, वो उसके चूचुक को मुँह में लेकर चूसने लगती है ।
जूही- सी..सी…उफ.. दीदी दर्द हो रहा है आप दाँत से काटो नहीं प्लीज़…!
आरोही- आह.. जूही मज़ा आ रहा है तेरे मम्मे कितने मस्त हैं… मैं इनको दबा-दबा कर फ़ुटबाल बना दूँगी..!
जूही- आह.. दीदी दर्द होता है.. आराम से दबाओ ना.. और मुझे भी आपके मम्मे दबाने हैं ।
आरोही- नहीं तुम बस मेरे मम्मे चूसोगी.. वो भी आराम से.. मेरे मम्मे कड़क हैं तो दबाने से दुखते हैं..!
जूही बड़े प्यार से आरोही के मम्मे चूस रही थी और आरोही उसकी गाण्ड को दबा रही थी ।
आरोही- तुम लेट जाओ, मैं तुम्हारी चूत में उंगली डालती हूँ, मज़ा आएगा ।
जूही- ओके दीदी, वैसे भी चूत में कुछ हो रहा है..!
आरोही जूही की चूत में अपनी ऊँगली घुसाने की कोशिश करती है पर जूही को बहुत दर्द होता है ।
जूही- उऊ आ.. प्लीज़ नहीं, दीदी बहुत दर्द होता है..!
आरोही- अरे क्या हुआ अभी तो अन्दर डाली भी नहीं और तुमको दर्द हो गया ..! उस क्लिप में तो वो आदमी कितना बड़ा लंड डाल रहा था…!
जूही- मुझे नहीं पता.. मुझे दर्द हुआ..! बस आप ऊपर से ही इसको दबाओ..! उसी में मज़ा आ रहा है…!
आरोही चूत को दबा दबा कर मज़ा ले रही थी। कभी रगड़ती तो कभी उसको दबाती.. दोनों एकदम गर्म हो गई थीं । अब आरोही जूही के ऊपर आ गई और दोनों चूतों को आपस में मिला कर हिलने लगीं । सेक्स की आग उनमें भड़क गई थी। वो एक-दूसरे को चूम रही थीं और चूत को रगड़ रही थीं ।
आरोही- आ.. आह.. जूही मज़ा आ रहा है उफ़फ…!
जूही- हाँ दीदी मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा है उफ़.. मेरी ये निगोड़ी चूत में कुछ हो रहा है ..उ कककक…!
आरोही- आह.. मुझे भी कुछ हो रहा है अये.. हय.. आह.. आई.. ईई…!
दोनों की चूत पानी छोड़ देती हैं। आज पहली बार दोनों बहनें झड़ी थीं । दोनों अलग हो जाती हैं ।
जूही- आह.. दीदी आज कितना मज़ा आया.. पता नहीं मेरी चूत से चिपचिपा सा क्या पानी जैसा निकला.. लेकिन जिन्दगी में ऐसा मज़ा कभी नहीं आया…!
आरोही- मेरा भी पानी निकला है, यह शायद चूत का पानी है, हमने वीडियो में देखा था न.. वो आदमी उस लड़की के मुँह पर पानी गिरा रहा था.. यह वैसा ही पानी है..!
जूही- दीदी हम रोज ऐसा करेंगे.. बहुत मज़ा आता है ।
आरोही- हाँ जूही हम पहले वीडियो देखेंगे फिर वैसा ही करेंगे ।
दोनों बहने नंगी ही बातें कर रही थीं। तभी बाहर से दरवाजे पर दस्तक हुई । तो आरोही ने कहा- दो मिनट रूको हम चेंज कर रहे हैं ।
राहुल- जल्दी करो.. मुझे तुमसे बात करनी है । दोनों जल्दी-जल्दी कपड़े पहनती हैं। जल्दबाज़ी में ब्रा-पैन्टी नहीं पहनती, बस टी-शर्ट और शॉर्ट्स पहन कर दरवाजा खोल देती हैं ।
राहुल- क्या कर रही थीं दोनों.. कितनी देर लगा दी दरवाजा खोलने में..!
आरोही- कुछ नहीं भाई.. आप कहो क्या बात करनी है..!
राहुल- यार मैं बोर हो रहा हूँ चलो कोई गेम खेलते हैं..!
आरोही- कौन सा गेम भाई…!
राहुल- अब सारे सवाल यहीं पूछोगी क्या ? चलो मेरे रूम में जूही आ जाओ…!
जूही- आप जाओ मैं बाद में आती हूँ मुझे बाथरूम जाना है ।
राहुल के रूम में आकर आरोही बेड पर बैठ जाती है। राहुल उसके पास खड़ा हो जाता है। तब उसकी नज़र आरोही के मम्मों पर जाती है। ब्रा ना होने की वजह से टी-शर्ट के गले से दूध जैसे सफ़ेद मम्मे साफ नज़र आ रहे थे ।
ब्रा ना पहने हुए होने की वजह से टी-शर्ट के गले में से दूध जैसे सफेद मम्मे साफ नज़र आ रहे थे । राहुल आरोही के मस्त मम्मों को निहार रहा था, उसका लंड हरकत करने लगा था । दोस्तों राहुल जानता है कि आरोही उसकी सग़ी बहन है, पर लौड़ा किसी रिश्ते को नहीं मानता है, उसे तो बस चूत से मतलब होता है। जब भी कोई मस्त माल दिखे, वो अपनी औकात में आ जाता है ।
आरोही को जब यह अहसास हुआ तो वो झट से खड़ी हो गई ।
राहुल- क्या हुआ? बैठो ना..!
आरोही- भाई आपने बताया नहीं कि कौन सा खेल खेलेंगे ?
तभी जूही भी कमरे में आ गई ।
जूही- हाँ भाई मैं भी आ गई हूँ, अब बताओ क्या खेलें ?
राहुल- हम कुश्ती करेंगे.. मज़ा आएगा..!
आरोही- क्या यह भी भला कोई खेल हुआ ?
राहुल- अरे बहुत मज़ा आएगा.. तुम दोनों एक तरफ़ और मैं अकेला.. हम बड़ा वाला गद्दा ज़मीन पर डाल लेंगे.. अगर तुम दोनों ने मुझे पकड़ लिया और मेरी नाक ज़मीन पर लगा दी, तो तुम जीत जाओगी और अगर मैंने तुम्हारी लगा दी.. तो मैं जीत जाऊँगा.. ओके ?
जूही- ओके.. भाई.. लेकिन हम जीत गए, तो हमारा क्या फायदा.. पहले वो तो बताओ..!
राहुल- हारने वाला.. जीतने वाले को, जो वो माँगे, देना पड़ेगा..!
आरोही- वाउ..! तब तो हम ही जीतेंगे और आप हमें शॉपिंग करवाओगे.. ओके..!
राहुल- ओके.. लेकिन मैं जीता तो ?
जूही- भाई आप हारने वाले हो, बस अगर ग़लती से जीत भी गए तो तब बता देना कि आपको क्या चाहिए.. ओके..!
राहुल- ओके.. पर कोई चीटिंग नहीं करना. सिर्फ नाक ही टिकानी है बाकी बदन से कोई मतलब नहीं होगा..!
आरोही- ओके भाई..!
जैसे ही राहुल ने 1-2-3 बोल कर ‘स्टार्ट’ बोला, दोनों बहनें उसके पैरों को पकड़ कर खींचने लली, राहुल गद्दे पर गिर गया । तब आरोही राहुल को धक्का देकर पेट के बल करने की कोशिश करती है ताकि उसकी नाक ज़मीन पर लगा सके । मगर राहुल भी कहाँ कम था, उसने आरोही को बांहों में भर लिया, उसके मम्मे राहुल के सीने में धँस गए और राहुल ने उसे कस कर दबोच लिया ।
राहुल का लौड़ा तन कर सीधा आरोही की चूत पर सैट हो गया । आरोही ने पैन्टी नहीं पहनी थी और निक्कर भी पतली थी तो उसको लंड का अहसास सीधा अपनी चूत पर हो रहा था । उधर जूही आरोही को छुड़ाने की कोशिश कर रही थी। आरोही तो लंड के अहसास से गनगना गई थी, उसने अपने आपको ढीला छोड़ दिया था और राहुल भी लंड को चूत पर रगड़ रहा था ।
जूही- दीदी आप कोशिश करो ना छूटने की.. नहीं तो भाई जीत जाएँगे..!
आरोही ने अपनी ताक़त लगाई और जूही ने राहुल के हाथ खोल दिए, आरोही आज़ाद हो गई और उसने जल्दी से उठ कर राहुल के पैर पकड़ लिए । तब उसकी नज़र राहुल के लौड़े पर पड़ी जो एकदम अकड़ा हुआ था । राहुल ने सूती पायजामा पहना हुआ था और शायद अन्दर कुछ नहीं पहना था, क्योंकि पायजामे पर राहुल के लंड से पानी की बूँद निकली थीं, जो बाहर साफ दिख रही थीं ।
आरोही ने पैर पकड़ने के बहाने से लंड को छू लिया, जिससे उसको बड़ा मज़ा आया । इधर राहुल भी मज़े ले रहा था । करीब 15 मिनट तक इनका ये खेल चलता रहा, राहुल कभी आरोही के मम्मों को दबाता, कभी अपने होंठ मम्मों पे रख देता, तो कभी आरोही की गाण्ड को हाथ से दबा देता, कभी-कभी जूही के मम्मों को भी दबाता, कभी उसको नीचे पटक कर अपना लौड़ा उसकी चूत पर रगड़ता ।
आख़िरकार राहुल का लौड़ा बेहद गर्म हो गया, वो समझ गया कि अगर ये खेल यूं ही चलता रहा तो उसका पानी छूट जाएगा और उसने जानबूझ कर उनको मौका दिया और अपनी नाक जमीन पर टिका दी । दोनों बहनें खड़ी होकर कूदने लगी- हम जीत गए…हम जीत गए…
राहुल- अच्छा बाबा… मैं हारा.. पर रूको मैं दो मिनट में बाथरूम जाकर आया.. ज़ोर की ‘सूसू’ आई है..!
राहुल भाग कर बाथरूम में चला गया और अपने लण्ड, जो उसकी सगी बहनों के बदन से रगड़ कर खड़ा हुआ था, को निकाल कर मुठ्ठ मारने लगा, एक मिनट में ही उसके लौड़े ने पानी छोड़ दिया ।
इधर आरोही और जूही खुश थीं कि वो जीत गई हैं और शॉपिंग की बात कर रही थीं कि क्या-क्या लेना है । राहुल बाहर आया तो दोनों की बातें चालू थीं ।
राहुल- क्या बातें हो रही हैं दोनों में.. मैं ज़्यादा कुछ नहीं दिलाऊँगा.. बस एक-एक ड्रेस दोनों ले लेना.. ओके..!
जूही- नहीं भाई आपने कहा था, जो हम चाहें आप दिलाओगे.. अब आप चीटिंग कर रहे हो..!
आरोही- हाँ ब्रो.. यह गलत बात है.. हाँ.. जो हम चाहेंगे, आपको दिलवाना होगा..!
राहुल- ओके.. मेरी बहनों अब तैयार हो जाओ, दोपहर का खाना भी हम बाहर ही खाएँगे और शॉपिंग भी हो जाएगी ।
आरोही- वाउ.. भाई यू आर बेस्ट ब्रो इन दि वर्ल्ड..!
जूही- नो.. भाई.. शाम को जाएँगे ना.. प्लीज़ दोपहर को मुझे अपनी सहेली के यहाँ जाना है, आज वहाँ लंच के लिए मुझे बुलाया है, बाकी सब सहेलियाँ भी आ रही हैं ।
राहुल- नो.. अभी मतलब अभी.. तुमको नहीं जाना, तो आरोही को बता दो तुम्हें क्या चाहिए हम ले आयेंगे.. ओके..!
जूही- ओके.. आप जाओ और दीदी जो आपको अच्छा लगे आप ले आना ।
आरोही- हाँ जूही, मैं ले आऊँगी ।
जूही- तो चलो.. हम तैयार हो जाते हैं। आप भाई के साथ चली जाना, मैं अपनी सहेली के यहाँ निकल जाऊँगी..!
आरोही- मैं सुनीता को बता कर आती हूँ कि लंच ना बनाए हम बाहर जा रहे हैं..!
राहुल- ओके.. अब जाओ, मैं भी रेडी हो जाता हूँ ।
दोनों वहाँ से निकल जाती हैं और राहुल भी बाथरूम में फ्रेश होने चला जाता है । सुबह 11 बजे जूही अपनी सहेली के पास चली गई और राहुल भी आरोही को लेकर शॉपिंग के लिए बाइक से निकल गया । राहुल ने नीली जींस और सफ़ेद टी-शर्ट पहनी थी और आरोही ने काली टी-शर्ट और नीली जैकेट और काली जींस पहनी थी । बाइक पर वो राहुल से चिपक कर बैठी हुई थी । आज पहली बार उसको राहुल भाई से ज़्यादा कुछ महसूस हो रहा था। एक तो उसने जूही के साथ लैस्बो किया और फिर कुश्ती के दौरान जो हरकतें राहुल ने की वो उसको बार बार बेचेन कर रही थीं। उसने भी तो राहुल के लंड को कई बार छुआ था ।
राहुल- हाँ.. तो आरोही बताओ..! कहाँ चलें.. शॉपिंग के लिए..!
आरोही- भाई सिटी सेंटर से अच्छी जगह क्या होगी.. लंच भी वहीं कर लेंगे ।
राहुल- हाँ.. यही ठीक रहेगा ।
आरोही एकदम कस कर राहुल को पकड़े हुई थी। उसके मम्मे राहुल की पीठ में धंसे हुए थे और उसके दोनों हाथ राहुल की नाभि पर थे। जैसे ही स्पीड ब्रेकर आते.. वो जानबूझ कर अपना हाथ लौड़े पर ले जाती । उसकी इस हरकत से राहुल के लौड़े में भी तनाव आ गया था, पर जींस के कारण इतना पता नहीं चल रहा था ।
जैसे ही बाइक सिटी सेंटर के पास रुकी, एक कार भी ठीक उनके बराबर में आकर रुकी । आरोही भी नीचे उतर गई, राहुल ने बाइक को साइड में लगाया, तभी कार से एक 22 साल का लड़का उतरा जो काफ़ी हैण्डसम था । उसे देख कर राहुल चौंक जाता है और जब उसकी नज़र राहुल पर पड़ी, तो वो भी आँखें फाड़े राहुल को देखने लगा ।
राहुल- हे.. आई डोंट विलीव रेहान.. तू कब आया यार..!
रेहान- अबे साले मैं तो कब से यहीं हूँ तेरा कोई अता-पता ही नहीं है। पूरे 5 साल बाद मिला है तू..!
राहुल- आरोही, यह मेरा बेस्ट-फ्रेंड है रेहान.. और दोस्त, यह मेरी छोटी बहन आरोही है..!
रेहान- हाय आरोही.. यू आर लुकिंग वेरी नाइस यार..!
आरोही- थैंक्स ..!
रेहान ऊपर से नीचे आरोही को निहार रहा था और आरोही भी उसकी नज़र को देख रही थी ।
तभी राहुल ने कहा- यार हम लोग शॉपिंग के लिए आए हैं। तुम इतने समय बाद मिले हो तो साथ में लंच करेंगे.. ओके और वे एक-दूसरे को अपने फोन नम्बर दे देते हैं ।
रेहान- सॉरी यार.. अभी तो एक बहुत जरूरी काम के सिलसिले में आया हूँ। अब तो तेरे घर आकर ही कभी खाऊँगा..!
राहुल- ओके दोस्त.. जरूर आना.. मैं तुम्हारा वेट करूँगा..!
रेहान वहाँ से चला गया और वो दोनों भी अन्दर चले गए ।
राहुल- हाँ तो मेरी बहना क्या चाहिए.. बताओ ?
आरोही- अभी तो देख रही हूँ भाई ।
राहुल- ये देखो, यह ब्लू टी-शर्ट कितनी अच्छी है ना.. यह ले लो..!
आरोही- नहीं भाई ये तो बकवास है.. मुझे नहीं लेनी..!
राहुल- ओके तुम्हें जो अच्छी लगे, वो ले लो और जूही के लिए भी ले लेना, मैं थोड़ा उस तरफ अपने लिए कुछ देखता हूँ। तुम्हें जो लेना है ले लो ओके..!
आरोही अपने और जूही के लिए दो ड्रेस ले लेती है और दूसरी साइड जाकर ब्रा और पैन्टी भी ले लेती है ।
राहुल भी कुछ शर्ट और जींस ले आता है ।
राहुल- क्यों आरोही हो गया सब.. या कुछ बाकी है..!
आरोही- हाँ हो गया भाई.. आप मुझे पैसे दे दो, मैं काउंटर पर बिल दे देती हूँ ।
राहुल- साथ चल रहे हैं ना.. मैंने भी तो कपड़े लिए ही लिए हैं.. सब कपड़े एक जगह कर दो, मैं बिल दे देता हूँ ।
आरोही ने ब्रा-पैन्टी ली थी, इसलिए वो नहीं चाहती थी कि राहुल को पता चले, पर राहुल के ज़िद करने पर उसने सारे कपड़े एक जगह कर दिए । काउंटर पर जब एक-एक करके सारे कपड़ों के कोड मारे जा रहे थे, तब राहुल की नज़र रेड ब्रा-पैन्टी के सेट्स पर गई । उसके बाद और भी ब्रा-पैन्टी सामने आईं, पिंक और ब्लैक एक ब्राउन भी थी ।
आरोही राहुल से अपनी नज़रें चुरा रही थी और राहुल भी उसकी तरफ़ ज़्यादा ध्यान नहीं दे रहा था। वहाँ से निकलकर दोनों रेस्तरा में बैठ जाते हैं ।
राहुल- क्या खाओगी आरोही..!
आरोही- जो आपको अच्छा लगे..।
राहुल- नहीं तुम बताओ, जब कपड़े अपनी पसन्द के लिए हैं, तो खाना भी तुम ही बताओ..!
आरोही- इश्श.. भाई.. सॉरी.. प्लीज़ मत सताओ ना आप..!
राहुल- ओके एक शर्त पर..! अगर तुम अपने सारे कपड़े जो लिए हैं, एक-एक करके मुझे पहन कर दिखाओगी तो..!
आरोही- ओके.. भाई घर जाकर पक्का दिखाऊँगी..!
राहुल- देखो बाद में नाटक मत करना.. वरना मैं तुमसे बात भी नहीं करूँगा ।
आरोही- हाँ भाई.. कहा ना, दिखा दूँगी..!
राहुल- आज जो जो लिया है.. सब.. ओके..!
आरोही को राहुल की बात समझ नहीं आ रही थी कि आख़िर वो चाहता क्या है ।
आरोही- हाँ भाई हाँ.. अब क्या लिख कर दूँ..!
राहुल की आँखों में एक चमक सी आ गई और ना चाहते हुए भी उसका हाथ अपने आप लंड पर चला गया, लेकिन जल्दी ही वो संभल गया ।
राहुल ने खाने का ऑर्डर कर दिया, दोनों ने आराम से खाना खाया और कुछ इधर-उधर की बातें करने लगे । लंच के बाद वो वहाँ से घर के लिए निकल पड़े । घर पहुँच कर आरोही ने एक मादक अंगड़ाई लेते हुए कहा- ओह भाई बहुत खाना खा लिया.. अब तो नींद आ रही ही.. आआ उउउ..!
कहानी जारी रहेगी ।
Jawani ki Aag - 1
📚 Series: Jawani ki Aag
- Part 1: Jawani ki Aag - 1
- Part 2: Jawani ki Aag - 2
- Part 3: Jawani ki Aag - 3
- Part 4: Jawani ki Aag - 4
- Part 5: Jawani ki Aag - 5
- Part 6: Jawani ki Aag - 6
- Part 7: Jawani ki Aag - 7
- Part 8: Jawani ki Aag - 8
- Part 9: Jawani ki Aag - 9
- Part 10: Jawani ki Aag - 10
- Part 11: Jawani ki Aag - 11
- Part 12: Jawani ki Aag - 12
- Part 13: Jawani ki Aag - 13
- Part 14: Jawani ki Aag - 14
- Part 15: Jawani ki Aag - 15
- Part 16: Jawani ki Aag - 16
- Part 17: Jawani ki Aag - 17
- Part 19: Jawani ki Aag - 19
- Part 20: Jawani ki Aag - 20
- Part 21: Jawani ki Aag - 21
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